हिन्दू धर्म में मृत्यु के 13 दिन बाद ब्राह्मण भोज कराया जाता है जिसे तेरहवीं भी कहते हैं। आइये जानते हैं कि आखिर क्यों मृत्यु के बाद तेरहवीं करना बहुत महत्वपूर्ण माना गया है।
गोवा में एक जगह है जिसे वास्को डी गामा के नाम से जाना जाता है। सचमुच भारत खोया हुआ था और जिसके बारे में दुनिया कुछ नहीं जानती थी।
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अगर कोई व्यक्ति सपने में सोना चांदी देखता हैं तो
मंगलवार का व्रत बहुत ही अच्छा माना गया है। इस व्रत से व्यक्ति को बाल साहस सम्मान और पुरुषार्थ प्राप्त होता है। मंगलवार के व्रत से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं
क्योंकि मोक्ष प्राप्त करने लिए अंतर मन की यात्रा और त्याग का होना जरूरी होता हैं, और अंतर मन की यात्रा करने के लिए प्रतीक की आवश्यकता होती हैं, तथा धर्म के अधीन व्यक्ति त्याग का भाव रखता हैं, भगवान राम भरत के ज्येष्ठ थे, इसलिए भरत भगवान राम के अधीन यानि धर्म के अधीन थे। अन्तर्मन और त्याग के लिए प्रतीक होना अनिवार्य हैं। इसलिए भरत जी ने धर्म के प्रतीक खड़ाऊँन को अपने साथ रखा और अगर प्रतीक धर्म से संबन्धित हो तो मोक्ष की यात्रा सरल हो जाती हैं।